Saturday, June 28, 2014

एक महत्वपूर्ण सूचना, मर्जी हो तो मानो बर्ना समय मनवा देगा ?

एक महत्वपूर्ण सूचना, मर्जी हो तो मानो बर्ना समय मनवा देगा ? 
धोखे से भी थाना और कोर्ट फरयादी बनकर न जाओ,भारत में समय से न्याय नहीं मिल सकता?
मिलती है जलालत और केवल तारीख ?खर्च होता है जीवन का महत्वपूर्ण समय और अकूत धन?
अगर विपक्छी धनी और दवंग है तो ले दे के मामले को किसी भी तरह निवटा लो? 
थाना और कोर्ट दवंग से तुम्हे कुछ भी नहीं दिला सकेगा,?भारत में बेसर्मी की हद तक सम्बेदनाहीन हो चुकी है विधायिका,कार्यपालिका और न्यायपालिका ?
क्या इसी को कहते लोकतंत्र और कानून का राज?
विधायका,जज हो या प्रशासन-पुलिस जनता के पेसे से बेतन लेते हें और एश कर रहे ?फिर मालिक और(मी लार्ड) मेरे ईस्वर किस कारण ?सहमत हे तो शेएर कीजिय

Monday, June 23, 2014

क्या हम लोगो से तर्कसंगत एवं व्यवहारिक सोच को अपनाने की अवधारणा रखते हैं

अवधारणा (ऐजंप्शन, अनुमान) है कि बादाम खाने से बुद्धि बढ़ती है |

पैसे वाले लोग खूब बादाम खाते हैं और अपने बच्चों को खिलाते हैं |

जब भी सेकेन्डरी - कॉलेज - यूनिवर्सिटी की परीक्षाओं

हम लोग कब से तर्कसंगत एवं व्यवहारिक सोच को अपनाने की अवधारणा रखते हैं के रिजल्ट आते हैं - देखा गया है कि टॉप 10 में साधारण आर्थिक स्थिति वाले घरों के बच्चे होते हैं |

गणित - तर्क एवं लेटरल थिंकिंग (पूर्वानुमान - भविष्यद्रष्टा ?) आधारित कम्प्यूटर साइन्स में बहुत दिमाग लगता है |

जापान - कोरिया और उन मुल्कों ने जहां न बादाम पैदा होते हैं और न ही यह अवधारणा है कि बादाम खाने से बुद्धि बढ़ती है - उन देशों के लोगों ने कम्प्यूटर साइन्स में बहुत तरक्की की है |

विश्व के महान चिंतकों - विचारकों - गणितज्ञों - वैज्ञानिकों की जीवनी में कहीं नहीं लिखा मिलेगा कि उन्होने बादाम खा कर अपनी बुद्धि बढ़ायी |

मूल रूप से बादाम का वृक्ष किस देश का है ?

क्या बादाम के मूल देश के लोगों में से कोई महान चिंतक - विचारक - गणितज्ञ - वैज्ञानिक हुआ है ?

बादाम के मूल देश के लोग किस विद्या में अग्रगण्य हैं ?

हम लोग मिथ्या अवधारणाओं को कब तक त्याग देने की आशंका रखते हैं ? 

Sunday, June 22, 2014

बदलाव कभी कल नही होता

हम समाज में बदलाव जरुर लाना चाहते है। लेकिन कोई भी खुद से इसकी शुरुवात नही करना चाहता।
हर कोई एक दुसरे पर टाल देना चाहता है। नही टालना नही है। स्वम एक बदलाव बनिये।
अपनी सोच अपने कर्म बदलिए।
ऐसे ही जिन्दगी मत जियो।
आगे बढ़ो। नेक जीवन जियो।
और याद रखो बदलाव कभी कल नही होता।
आज और अभी में होता है।